बच्चे दो मिनट से भी कम में और बहुत थोड़े पानी में भी डूब सकते हैं, यहां तक कि एक बाथ टब में भी डूब सकते हैं।
डूबना मस्तिष्क की चोट या मौत का कारण बन सकता है। डूबने से बच्चों को बचाने के लिए, माता पिता और अन्य देखभाल करने वालों को उन बच्चों की हमेशा बारीकी से निगरानी करना चाहिए जो पानी में या उसके आस-पास हैं ।
जहाँ पानी है, यह महत्वपूर्ण है:
कुओं और पानी के टैंक को ढक कर रखें, ताकि बच्चे उन्हें खोल नहीं पायें
टब और बाल्टी को उल्टा कर के रखें जब वह उपयोग में नहीं है, और हमेशा बच्चों को स्नान करते वक्त निगरानी रखें
बच्चों को खाइयों और नालियों से दूर रहने के लिए सिखायें, जो परिवार पानी के पास रहते हैं उनहें घर के आसपास एक बाड़ स्थापित करना चाहीये और पानी में जाने से युवा बच्चों को रोकने के लिए द्वार बंद रखने चाहीये
तालाबों और पूल के पास लंबी छड़ों को पास पास लगा कर बाड़ बनायें जिससे कि बच्चे पानी तक ना जा सकें, परिवारों जो पानी के उपर ही रहते हैं, पानी में गिरने से युवा बच्चों को रोकने के लिए छतों, खिड़कियों और दरवाजों पर खड़ी सलाखों डालें
बच्चों को तैरना सीखायें जब वे युवा हैं
युवा बच्चों और दूसरे बच्चों को जो तैरना नहीं जानते हैं, उन्हें एक अनुमोदित प्लवनशीलता डिवाइस (जीवन जैकेट) पहनायें जब वे पानी में खेल रहे हों या फिर एक नाव पर हों
हमेशा उन बच्चों की निगरानी करें जो तैर रहे हैं
बच्चों को तेजी से बह रही नदियों में नहीं तैरने के लिए और बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में अकेले नहीं तैरने के लिए सीखायें
ध्यान से बच्चों को देखें जब जब पानी बढ़ने लगता है
सुनिश्चित करें कि बच्चों सहित परिवार के सभी सदस्यों जो बातें समझ सकते हैं, उनको उन सुरक्षित स्थानों के बारे में मालूम है जहां उन्हे जल्दी से घर छोड़ने या आपात स्थिति मे जाने की जरूरत पड़ सकती है।