अगर मैं ह बुरुली अल्सर या घाव ले संक्रमित होगे हवं त मैं अपन सरीर ल होए नुकसान सन कइसे निपट सकत हवं?: Difference between revisions
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{{#widget:MP3|id={{filepath:hne_53_18.mp3}}}} अगर बुरुली घाव के कारन तुंहर सरीर म कोनो बिकरिति आगे हे त अपन सरीर अउ मानसिक स्वास्थ्य के बिसेस धियान रखना अब्बड़ जरुरी हो जाथे। ए अब्बड़ जरुरी हे के तुमन अपन बिकरिति ल झन लुकावव। | {{#widget:MP3|id={{filepath:hne_53_18.mp3}}}} अगर बुरुली घाव के कारन तुंहर सरीर म कोनो बिकरिति आगे हे त अपन सरीर अउ मानसिक स्वास्थ्य के बिसेस धियान रखना अब्बड़ जरुरी हो जाथे। ए अब्बड़ जरुरी हे के तुमन अपन बिकरिति ल झन लुकावव। | ||
एखर बजाए, सहायता बर स्वास्थ्य कारकरता ले गोठबात करव। हो सकत हे के डाक्टर ह परभावित अंग के देकभाल बर कुछु उपाय बताही, जइसे के फिजियोथरेपी या फेर अपरेशन सहायता। एहु बात जानना जरुरी हे के सरीर के बिकरिति हा, न ही भगवान के अभिसाप होए अउ न ही कोनो परकार के भूतबाधा। | |||
एहु बात सच नो हे के, तुंहर सरीर के बिकरिति के कारन, तुंहर कोनो पुराना पाप होथे या फेर तुमन कोनो खराब मनखे हावव। तुंहर तिरिसकार करके के, तुमन ल परिवारिक या समाजिक धरम-करम के काज ले रोके के कोनो कारन नइ हे। एखर कारन तलाक देना भी माने नइ जा सके। तुमन ल अपन समाजिक जीवन म बाधा नइ डालना चाही। आमतौर म तुमन रोज इस्कूल या काम बूता म जाए ला चालू रख सकत हव। अगर तुमन अपन सरीर के दुरबलता के कारन अब काम करे लाइक नइ हव, त सहायता बर स्वास्थ्य कारकरता ले या सामुदायिक विकास अधिकारी या स्थानीय अधिकारीमन संग गोठबात कर सकत हव। | |||
हो सकत हे के तुमन कोनो दूसर काम कर सकत हो। अउ तुमन मानसिक रूप ले स्वस्थ होके, वइसन जिनगी जी सकत हव, जइसन तुमन अपन परिवार या फेर जातसमाज के बीच जीना चाहथव। | |||
एहु बात पक्का हे के इही बेरा तुमन ल कइठन परसानी हो सकत हे अउ तुमन ल भेदभाव, समाजिक तिरिसकार के सामना करे ल पड़ सकत हे। अइसन म तुमन ल अउसाद, भारी संसों-फिकर या आत्महत्या जइसन खियाल भी आ सकत हे। अगर तुमन ए स्थिती ले गुजरत हव त तुमन ल डरे के जरुवत नइ हे। एखर माने, ए नइ होवय के तुमन पगला होगे हव। अइसन स्थिती म कइझन अइसने महसूस करथे। तुमन सहायता पा सकत हव। तुंहर तिर-तखार म कोनो स्वयं-सहायता समूह हो सकत हे, जिहां तुमन अपन असन मरीज के संग अपन बात ल रख सकत हव अउ उनखर ले सहायता पा सकत हव। जिहां तुमन अपन अधिकार के बारे म जान सकत हव, अउ ओखर उपयोग के तरीका भी सीख सकत हव। तुमन अपन बारे म फइसला ले बर सीख सकत हव अउ अपन जीवन ल समहालना तको सीख सकत हव। लेकिन उंहा व्यक्तिगत सहायता असन कुछु दूसर विकल्प भी हो सकत हे। स्वास्थ्य कारकरता ले गोठबात करव अउ मनोसामाजिक सहायता के मांग करव। | |||
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Latest revision as of 18:44, 18 December 2024