सामान्य एसटीआई का होथे?

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असामान्य स्राव: योनि ले स्राव के मातरा, ओखर रंग या गंध ले कभु-कभु संकरमन के पता चलथे, लेकिन एखर ले ये बताना मुसकिल हे के ए संकरमन कोन से परकार के हे।


ट्राइकोमोनास: ट्राइकोमोनास, अब्बड़ परसानी वाला एसटीआई हरे। एमा दुर्गंधयुक्त स्राव, जननांग अउ योनि के तिर म लाल निसान अउ खजरी, पेसाब करत बेरा पीरा या जलन होथे। आम रुप ले आदमीमन म कोनो लकछन नइ दिखई देवए। लेकिन उंखर लिंग म अइसन संकरमन फइल सकत हे अउ यौन संबंध बनाए के दउरान कोनो महिला करा घलो पहुंचा सकत हे।


खजरी अउ जुआं: गुप्तांग के बाल म या ओखर तिर खजरी, जुआं के कारन घलोक हो सकत हे।


गोनोरिया अउ क्लैमाइडिया: गोनोरिया अउ क्लैमाइडिया गंभीर एसटीआई होथें। अगर तुरते इलाज करे जाए त ये हर ठीक घलोक हो जथे। अगर अइसन नइ करे जाय, त एखर ले माईलोगन अउ आदमीमन गंभीर रुप ले संकरमित हो जथें अउ ए हर बांझपन के कारन घलोक बन सकत हे।


जननांग म मस्सा: मस्सा, एकठन वायरस के कारन होथे। गुप्तांग के मस्सा, सरीर के दूसरा हिस्सा म होवइया मस्सा असन दिखथे। कई पइत अइसन मस्सा योनि के भीतरी म हो जथे, जेखर कारन हो सकत हे के तुमन ल एखर बारे म पता नइ चलए।


जननांग म घाव (जननांग अल्सर): जननांग म जादातर घाव या फेर अलसर यौन संचरित होथे। कई पइत ये जानना मुसकिल हो जथे के कोन बीमारी के कारन घाव बनत हे, काबर के सिफलिस अउ चैंक्राइड, दुनो बीमारी म बनइया घाव अकसर एके असन दिखथे।


सिफलिस: सिफलिस एक परकार के गंभीर एसटीआई होथे, जेखर परभाव सबो सरीर म होथे अउ ए हर कई बछर ले बने रहिथे। ये बीमारी बैक्टीरिया के कारन होथे अउ अगर तुरते इलाज करे जथे, त ए हर दवईपानी ले ठीक घलोक हो जथे। लेकिन अगर एखर इलाज नइ करे जही, त एखर ले दिल के रोग, लकवा, मानसिक बीमारी अउ इहां तक के मउत घलोक हो सकत हे।

मृदुरति व्रण: मृदुरति व्रण बैक्टीरिया के कारन होवइया एसटीआई होथे। ये बीमारी म गुप्तांग या फेर गुदा म एकठन या एखर ले जादा घाव हो जथे, जेन हर नरम अउ पीरादाइ रहिथे, अउ एमा ले खून बहत रहिथे। घाव हर बढ़थे त ए हर कनिहा तक फइल जथे अउ एमा जर तको आथे।


जननांगी हर्पीज: जननांगी हर्पीज हा एकठन वायरस के सेती होवइया एसटीआई हरे। ए बीमारी हर जननांग अउ मुंह म घाव पइदा करथे, अइसन घाव महीना या बछर म आत-जात रहिथे। ए बीमारी म जननांग के इलाका म या जांघ म झुनझुनी, खजरी अउ पीरा के कारन बनथे। ए बीमारी म नान-नान छाला बनथे, जेन फूट जथे अउ जननांग म दिखई देवइया घाव बनथे।


एचआईवी संकरमन: एचआईवी, वायरस के कारन एड्स के बीमारी होथे। असुरछित यौन संबंध के कारन वायरस तेजी ले फइलथे। ये तब फइलथे जब एचआईवी ले पहिली ले संक्रमित कोनो मनखे के वीर्य, योनि ले तरल पदार्थ, या खून दूसर मनखे के सरीर म आ जथे। जननांग के घाव ले वायरस ल एक मनखे ले दूसर मनखे म जाय म आसानी होथे। एसटीआई अउ एचआईवी वाले कोनो मनखे के वीर्य अउ डिस्चार्ज म बड़ मातरा म एचआईवी होथे। यौन संबंध के दउरान आदमीजात मन के तुलना म माईलोगन म ए बीमारी जादा होथे। बने असन स्वस्थ दिखइया कोनो मनखे ले एचआईवी हो सकत हे।


हेपेटाइटिस बी (पिवरां आंखीं): हेपेटाइटिस बी एकठन खतरनाक संक्रममन होथे, जेन एक परकार के वायरस के कारन होथे, ये हर लीवर ल नकसान पहुंचाथे। ए बीमारी हर एक मनखे ले दूसर मनखे के बीच आसानी ले फइल जाथे, खासकर के यौन संबंध बनाए के दउरान। एमा जर आथे, भूख नइ लगे, थकासी अउ कमजोरी असन घलोक लगथे, आंखी अउ सरीर के चमड़ी पिवरां पड़ जथे। एमा पेट पीरा घलोक होथे अउ पिसाब के रंग गहिरा जथे, मल के रंग सफेद असन घलोक हो सकत हे।


सुरता राखव, एसटीआई के इलाज करत बेरा, ए बात के हमेसा धियान रखे जाना चाही:

  • तुंहर साथी के घलोक इलाज होना चाही।
  • सबो दवई ल खाना चाही।
  • जब तक ले तुंहर सबो लकछन बने नइ हो जाए अउ तुंहर साथी के घलोक सबो दवई खतम नइ हो जाए, तब तक ले यौन संबंध नइ बनाना चाही या संबंध बनाए के दउरान कंडोम ल बउरना चाही।
  • अगर तुमन इलाज के बाद भी स्वस्थ नइ होत हावव, त स्वास्थ्य कार्यकर्ता संग मिलना चाही।
  • जब कभु तुमन दुबारा यौन संबंध बनात हव, त सुरछित संबंध बनाए के कोसिस करना चाही।
Sources
  • Audiopedia ID: hne_05_4