यदि कोनो मनखे ला टीबी हे ता मोला कइसे पता चलही?
टीबी के सबले बड़का लकछन तीन हफ्ता ले जादा बखत ले सरलग खंस्सी रहिना हे, खासकर थूकल मा खून रहि ता। दूसर लकछन मा भूख अउ वजन मा कमी, जर आ जाना, थकासी लगना अउ रात मा पसीना आना सामिल हे।
टीबी, हे के नइ, एला पक्का करे पर बलगम के जांच करे ला लगथे। थूकल के जांच करवाए बर जोर ले खांसत रहिके लार समेत थूकल के नमूना लेना चाही। एखर बाद, एला परयोगसाला मा देना चाही। उहां ए बात के जांच करे जाथे, के संबंधित मनखे ला टीबी हे के नइ हे।
जरुरी बात: एचआईवी ले पीड़ित मरीज के टीबी ले संकरमित होना आम बात हे, एखरे सेती एचआईवी ले पीड़ित सबो मरीज मन ला अपन टीबी के जांच करवाना चाही। अउ अगर जांच मा टीबी के बीमारी के पता चलथे, ता तुरते इलाजपानी सुरु कर देना चाही। जेन देस मा एचआईवी के बीमारी आम हे, उहां टीबी ले पीड़ित सबो मरीज ला अपन एचआईवी जांच करवाना चाही।