मोला सदमा के परतिकिरया के बारे म का-का जानना चाही?

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कोनो मनखे ल सदमा के अनुभव होए के बाद, अलग-अलग किसम के परतिकिरया हो सकत हे, जइसे:

  • ओखर मन म बार-बार सदमा के बारे म खियाल आना। सुत के उठे के दउरान, अइसन महिला ह अपन संग घटइया घटना ल सुरता करत रहिथे जेकर सेती रतिहा म ओला एखर बारे म सपना घलो आ सकत हे या फेर ओहा सुते ल नइ सकय।


  • ओला सुन्न या फेर भाउना ह पहिली ले कम मजबूती ले घलो महूसस होत रहिथे। ओहा अइसन जघा या मनखे करा जाए बर बचथे, जिहां ओला अपन सदमा के बारे म सुरता आथे।


  • ओहा अब्बड़ सावचेत रहिथे। ओला सरलग खतरा के संसो बने रहिथे, जेखर ले ओहा न बिसराम कर सकय अउ न सुते ल सकय। अइसन महिला ल अगर कोनो चौंका दिही त ओहा अब्बड़ जोर के परतिकिरया दे सकत हे।


  • अइसन महिला के संग जेन घटना घटित होए हे, ओखर बारे म ओहा भारी घुंसियाथे या फेर अब्बड़ सरम लगथे। अगर कोनो अइसन घटना होए हे जिहां दूसर मनखेमन मर गे हे या फेर घायल हो गे हे, त ओहा खुदेच ल दोसी तको माने ल लग सकत हे।


  • दूसर मन ले दूरिहा अउ अलग-बिलग महसूस करथे।


  • बिचित्र किसम के या फेर हिंसक बेवहार करथे, जिहां ओला पता नइ चलए के ओहा कहां हे।


  • सदमा लगे मनखे ह चिंतित या उदास महसूस कर सकत हे। अउ सराब या फेर नसीला दवई ले ल लगथें।


वइसे तो उपर बताए कइठन लकछन, कोनो कठिन परिसथिति के सामान्य परतिकिरया घलो हो सकत हे। उदाहरन बर, कोनो खतरनाक घटना होए के बाद घुंसियाना या सावचेत रहिना सधारन बात हे। लेकिन लकछन अतका गंभीर हे के कोनो महिला अपन रोज के कामकाज नइ कर सकए, त फेर एहा एकठन मानसिक समसिया हो सकत हे।

Sources
  • Audiopedia ID: hne_14_9