मोला बुरुली घाव कइसे हो सकथे?

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बुरुली घाव, जादातर गांव-देहात के इलाका म होथे, जिहां के मउसम ह गरम अउ भपकी मारथे। मन करे ले धिर लगाके बोहइया पानी, तरीया, पोखर अउ दलदल म सबले जादा संकरम होथे। साफ-सुग्घर पानी अउ साफ-सफाई म कमी के कारन घलो संक्रमन फइले के डर बने रहिथे। फेर, बने हालत म बसइया मन ल घलो ये बीमारी हो सकत हे। जादातर 15 बरस ले कम उमर के लइकामन एखर ले परभावित होथे फेर सियान मन ल तको ये बीमारी धर सकत हे।

ए ह पीढ़ी दर पीढ़ी नइ होवए। बुरुली घाव वाले महतारी के लइका बुरुली घाव संग पइदा नइ होवए।

एखर फइले के का कारन हे, एखर बारे म अभी तक ले कोनो जनकारी नइ हे। फेर बुरुली घाव, मउसम अउ बाताबरन के कारन होथे। एखर मतलब ए होइस के तुमन ल तुंहर तिर-तखार के मउसम अउ जलवायु के कारन एखर संक्रमन होथे। ए बीमारी ह एक-दूसर ले नइ फइलए। एखरे सेती कोनो बुरुली घाव से संक्रमित मनखे ले तुमन ल बुरुली घाव नइ हो सके। एहु सुरता रखव कि एहा कोनो भगवान के सराप या भूत-परेत के कारन नइ होवए। एहु बात सच नइ हे के जेनमन बुरुली घाव ले परभावित होएं हें ओमन ह कोनो तर के पाप करे हें या फेर ओमन कोनो खराब मनखे हें। एखरे सेती, बुरुली घाव ले परभावित मनखे संग अलग-बिलग व्यवहार करे के कारन नइ हे। अइसन बीमारी वाले मनखे संग खाए-पिए या ओलो छुए-धरे या ओखर जतन करे म कोनो परसानी नइ होवए। जब कोनो मनखे पहिली बेरा म बुरुली घाव के कीटानु के संपर्क म आथे, तब कइ महीना के बादे ओला सुरुवाती लकछन दिखइ देथे।

Sources
  • Audiopedia ID: hne_53_5