मास, मछरी अउ मुरगी ल बने असन रांधना चाही। कोनो भी जिनिस काँचा नइ रहिना चाही या फेर ओखर रंग काँचा नइ होना चाही।
अगर खाना ह जुड़ाए बर लगथे, त ओमा रोगानु पनपे ल धर लेथे। अगर खाना बने के बाद दु घंटा के अंदर नइ खाए जाए, त बाद म खाए के पहिली ओला दुबारा गरम करना चाही। तरल जिनिस ल उबालना चाही अउ ठोस जिनिस, जइसे भात ल भाप म पकाना चाही।
कईठन समाज म काँचा मास या फेर मछरी ल बनाए के उंखर पुराना तरीका होथे, जेखर ले अइसन खाना खाए बर सुरछित हो जथे।