मोर लईका बर कोन-कोन टीका के जरूवत हावे?
सबो लईकामन ल बीसीजी (बेसिल कैलमेट-गुएरिन) के टीका लगवाना अब्बड़ जरूरी होथे। जेन हर आनसिक रूप ले तपेदिक अउ कुष्ठ रोग ले तको बचाथे।
सबो लईकामन ल डिप्थीरिया, टेटनेस अउ कुकुर खांसी के टीका लगवाना चाही। एला डीटीपी वैक्सीन केहे जाथे। डिप्थीरिया म ऊपरी श्वसन पथ हा संकरमित हो जथे, एखर सेती गंभीर मामला म सांस ले म परसानी अउ मउत तको हो सकत हे। टेटनेस कड़ा अउ पीरादाइ मांसपेसी के ऐंठे के कारन बनथे अउ ए हर घातक हो सकत हे। कुकुर खांसी, श्वसन तंत्र ल परभावित करथे अउ लंबा बखत ले चलइया खांसी के कारन बन सकत हे।
सबो गर्भवती माईलोगन अउ लईकामन ल टेटनेस के टीका लगवाना चाही। अइसने खसरा के घलोक टीका लगवाना चाही। खसरा के कारन लईका ल कुपोसन, खराब मानसिक स्वास्थ्य, सुने-देखे म परसानी पइदा हो सकत हे। खसरा के लकछन म जर आना, दाना के संग खासी आना, नाक बोहाना अउ आंखी के ललियाना सामिल हे। खसरा ले लईका के मउत घलोक हो सकत हे।
सबो लईकामन ल पोलियो के टीका लगाना घलोक अब्बड़ जरूरी होथे। पोलियो ले सरीर के अंग परभावित हो सकत हे अउ लईका हिले-डुले म असमर्थ हो सकत हे। एखर ले संकरमित होवइया परतेक 200 लईका म ले एकझन लईका हा जिनगीभर बर दिव्यांग हो जथे।
बाकी टीकाकरन तुंहर देस अउ इलाका के उपर निरभर होथे। राष्ट्रीय निरदेस के मुताबिक, टीकाकरन के कारकरम के पालन करना चाही। लईकामन ल बताए गे उमर के अनुसार टीका लगावाना चाही अउ बताए गे अंतराल के आगु के खुराक देना चाही।