मोर भविस कइसे बने-बने हो सकत हे?

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अपन भविस के योजना बनाए के परयास करव।


अपन भविस के योजना बनाए के पहिली अपन लक्छ तय करना चाही। फेर ये लक्छ ल पाए के परयास करना चाही।


जादातर नोनीमन बर अइसन करना आसान नइ होवए। कई लोगन के मानना रहिथे के उंखर जिनगी हर उंखर परिवार या फेर समाज के परंपरा लेनियंतरित होथे। लेकिन तुमन अपन लक्छ ल तय करके अपन मदद कर सकत हव।


एखर बाद, कोनो असइन महिला या पुरूस ले गोठबात करे के परयास करव, जेन तुंहर पसंद के कामबूता करत होही। ये कोनो अइसे मनखे हो सकत हावय जेखर तुमन परसंसा करथो या फेर अपन समाज के नेता हो सकत हे।उंखर बुता के बारे म अउ जादा जानकारी ले के खातिर ओखर करा थोड़किन समय ले के परयास कर सकत हव।

कभु-कभु नोनीमन अपन सपना अउ भविस के आस के बारे म निरास घलोक हो जथें, काबर के समाज अउ परिवार के सोंचच उंखर सपना पर बाधा बन जथे। सियान मन ल अपनसपना अउ आस के बारे म धियान ले समझाना अउ उंखर चिंता ल घलोकबने असन सुनना जरूरी हावय।


ए सबो जिनिसके बारे म गोठियाए बर कोनो अइसन मनखे ल चुनना चाही, जेन हर तुंहर बात ल समझ अउ सुन सकत हे। ए हर कोनो संगवारी, बहिनी या कोनो भी महिला रिस्तादार हो सकत हे। ओखर संग अपन डर अउ समसिया के बारे म बने असन गोठियावव। तुमन अपन समाज के मजगुत माईलोगन संग घलोकअपन लक्छ अउ भविस के सपना के बारे म गोठिया सकत हव।

Sources
  • Audiopedia ID: hne_27_4