मैं मददगार रिस्ता बना के अपन मानसिक समसिया ल कइसे रोक सकत हवं?

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मददगार रिस्ता बनाए के तुमन अपन बात ल दूसर करा गोठिया सकत हव। अइसन रिस्ता म दु या दु ले जादा मनखे एक दूसर ल समज पाथें। अइसन कोनो रिस्ता म घलो हो सकत हे, जइसे संगवारी, परिवार के कोनो सदस, अपन संग काम करइया माईलोगन या फेर एके असन समसिया वाले मनखे मन ल जोर के नवा समूह बनाए जा सकत हे। एला सहायता समूह कहे जाथे।


ए बात के धियान रखव के जब दुझन आपस म मिलते-जुलथें त रिस्ता ल गहराए म थोरकिन बखत लगथे। काबर के लोगन अपन समसिया ल एक-दूसर करा बताए बर थोरकिन ढिढकथें। अइसन म अपन चिंता ले उबरे म अउ एक-दूसर उपर भरोसा करे मा थोरकिन समय घलो लगथे।


Sources
  • Audiopedia ID: hne_14_12