मैं निमोनिया ला कइसे रोक सकत हवं?
निमोनिया ला रोके बर, सबले जरुरी ये हे के लइकामन ला पहिली छे महिना के दउरान महतारी के दुध पियाना चाही। अउ अइसन सबो लइकामन ला बने असन पोसक वाला खाना मिलना चाही अउ उंखर टीकाकरन कराना चाही।
स्तनपान ह लइकामन ला निमोनिया अउ दूसर बीमारी ले बचाए मा मदद करथे। नानुक लइका ला ओखर जीवन के पहिली छे महीना के दउरान सिरिफ महतारी के दूध देना जरुरी होथे।
छे महीना के उमर के बाद, कोनो लइका ला किसम-किसम के स्वस्थ खाद्य पदार्थ खवाए जाना चाही अउ स्तनपान ला जारी रखना चाही। एखर ले लइका ला जरुरी पोसक तत्व मिलत रही, अउ ओहा सांस संबंधी संकरमन अउ दूसर बीमारी ले बचे रह पाही। लइकामन ला फर-सागभाजी, लाल ताड़ के तेल, डेयरी उत्पाद, मछरी अउ अंडा खिलाना चाही।
साफ-सुरछित पानी अउ सुवछता बनाए रखे ले सांस संबंधी संकरमन अउ दस्त जइसन दूसर बीमारी ले बचे जा सकत हे। एखर बर सागभाजी अउ फर ला बने असन धोना चाही, जेवन बनाए के पहिली तीर-तखार के जघा ला साफ-सफई करना चाही। साथे-साथ साबुन-पानी या राख ले अपन हाथ-गोड़ ला बने असन धोना चाही।
हर लइका ला पूरा टीकाकरन करवाना चाही। पहिली अउ दूसर बछर मा टीककरन बिसेस रुप ले जरुरी होथे। एखर ले लइका ला खसरा, काली खंस्सी, तपेदिक अउ दूसर सांस संबंधी बीमारी ले बचाए जा सकत हे, इही बीमारी मन निमोनिया के कारन बनथे।
दाई-ददा अउ जतन करइया दूसर मनखे ला ये सुनिस्चित करना चाही कि नोनी-बाबू दुनो ला समान रुप ले अलग-अलग किसम के पोसक आहार मिलए अउ सबो टीकाकरन कराए जाए। स्वास्थ्य कार्यकर्ता, एमन ला सिखा सकत हें के निमोनिया अउ दूसर बीमारी ले बचाए बर का-का करे जा सकत हे।
अगर लइकामन धुगिंया वाले वातावरन मा रहिथें त ओमन ला निमोनिया अउ सांस संबंधी दूसर बीमारी होए के संभाउना जादा होथे। बीड़ी-सिगरेट के धुंगिया के संपर्क मा आए ले लइका ला जनम ले पहिली ही नकसान हो सकत हे। गर्भवती माईलोगन ला बीड़ी-सिगरेट नइ पीना चाही या फेर अइसन करे वाले मनखे के संपर्क मा नइ आना चाही। नानुक लइकामन ला धुंगिया वाला रंधनीखोली अउ आगी ले दुरिहा रखना चाही। बड़का लइकामन अउ उंखर संगीसाथी मन ला बीड़ी-सिगरेट पीए के खतरा के बारे मा बताना चाही, अउ ओमन ला सावधान करना चाही।
निष्क्रिय धूम्रपान, छोटे लइकामन बर विसेस रुप ले हानिकारक होथे। बीड़ी-सिगरेट, सिगार बुझे के बाद घलो इंखर धुंगिया भारी बेरा ले हवा मा रहिथे। जेन मनखे बीड़ी-सिगरेट नइ पियए तेनो ला अइसन धुंगिया ले नुकसान होथे, अगर ओमन एला अपन भीतर लेथें त ओमन सांस संबंधी संकरमन, अस्थमा अउ कैंसर हो सकत हे।