मैं दुरबलता ल कइसे रोक सकत हवं?
जइसे के पिछले अध्याय म बताए गे हे, दुरबलता कई परकार के होथे। एखर कोनो एकठन कारन नइ होवए। एखरे सेती दुरबलता ल रोके के कोनो एके तरीका नइ होवए। कईठन दुरबलता के तो कारन नइ पता हे।
दुरबलता के कईठन अलग-अलग कारन होथे। फेर ए समझना जरुरी हे के हर दुरबलता हा अपन आप म अलगेच एकठन रोग हे, जेखर कुछु खास कारन अउ लकछन होथे। लेकिन हर कारन, हर दुरबलता ले संबंधित नइ रहे। अउ हर दुरबलता हा, एके परकार के कारन ले नइ होवए।
दूसर बीमारी के कारन तको आगु चलके दिव्यांगता हो सकत हे। उदाहरन बर, कईठन रोगानु के संकरमन ले दिमाग हर परभावित होथे अउ एखर कारन दउरा पड़ सकत हे। लेकिन दउरा, बिन संकरमन वाले दूसर कारन ले घलो पड़थे। रोगानु, सरीर के दूसर हिस्सा ल घलोक परभावित करथे, जेखर ले आगु चलके दुरबलता पइदा हो सकत हे।
रोगानु, कई तरीका ले फइल सकत हे। वइसे तुमन कई एखर ले फइले वाले कईठन संकरमन ल रोक सकत हव। एखर बर तुमन ल साफ पानी, स्वच्छता अउ साफ-सफई म धियान दे बर पड़ही। साथे-साथ तुमन सोए के दउरान मच्छरदानी ल घलोक बउर सकत हव, काबर के कईठन किरवा के काटे ले तको बीमारी फइलथे। रोगानु ले संकरमन रोके के उपाय के बारे म “वास” अध्याय म बिस्तार ले बताए गे हे। भविस के दुरबलता ले बचे बर, अपन स्वास्थ्य के जतन, साफ पानी, स्वच्छता, बीमारी मन के बारे म बने जानकारी अउ नियमित रुप ले खुद के जतन अब्बड़ जरुरी होथे।
अइसन बीमारी, जेखर ले आगु चलके दुरबलता या दिव्यांगता पइदा हो सकत हे, ओखर बर टीकाकरन कराना चाही। एखर ले संकरमन ल रोके जा सकत हे। किरपा करके स्वास्थ्य कार्यकर्ता ले टीकाकरन के सबो जानकारी हासिल करे के परयास करव। अगर तुमन गर्भधारन करइया हव त, टीकाकरन ले तुमन अउ तुंहर लइका कई परकार के दुरबलता ले बच सकत हे। अउ अगर तुमन गर्भवती हव या लइका ल दूध पियावत हव त, टीकाकरन ले पहिली स्वास्थ्य कार्यकर्ता ल एखर बारे म बताना चाही।
अगर तुमन कोनो बीमारी ले संकरमित हो गे हव त, एखर इलाज करवाना चाही अउ नियमित रुप ले खुद के जतन करे ल चाही, एखर ले भविस के दुरबलता ले बचे जा सकत हे। “अगर मैं ह.......ले संकरमित हो गे हवं, त मैं अपन सरीर के जतन कइसे कर सकत हवं?”, ए अध्याय म एखर बारे म बिस्तार ले बताए गे हे।
कईठन दिव्यांगता, कोनो चोंट के कारन घलो पइदा हो सकत हे, उदाहरन बर कोनो दुरघटना के बाद। अगर तुमन ल कोनो घाव या चोंट लगे हे त एखर नियमित अउ परभावी परबंधन अब्बड़ जरुरी हे, नइ त रोगानु घाव डहर ले सरीर म घुस जाही अउ संकरमन पइदा कर देही। एखर ले भविस म दिव्यांगता पइदा हो सकत हे। घाव के बने असन जतन करके तुमन घाव ल बढ़े ले रोक सकत हव, नइ त भविस म तुमन ल एहा चले-फिरे म परसानी पइदा कर दिही।
स्वस्थ अउ आनी-बानी के जेवन आपके सरीर के सुरछा ल मजबूत करथे अउ तुमन संकरमन ले बच सकत हव। अगर तुंहर करा साधन हे त तुमन ल स्वस्थ अउ आनी-बानी के जेवन लेना चाही। उदाहरन बर, अलग-अलग परकार के फर अउ साग-भाजी।
जब तुमन गर्भवती हव या फेर स्तनपान करावत हो त अइसन कईठन उपाय हे जेखर ले तुमन बीमारी ले बच सकत हव। एखर बारे म \" मैं गर्भवती हवं या स्तनपान करावत हंव त मैं अपन लइका ल कोनो परकार के दुरबलता ले कइसे बचा सकत हवं?\" अध्याय म बिस्तार ले बताए गे हे। धियान रखव, गर्भावस्था के पहिली अउ ओखर दउरान महतारी डहर ले करे गे कोनो काम अउ लइका के दुरबलता म हमेसा संबंध होना जरुरी नइ हे। एखरे सेती, ए बात सच नइ हे के कोनो दुरबलता के पाछु महतारी अउ लइका के घलो गलती होथे!
लइका ल जनम के पहिली घलो दुरबलता हो सकत हे, जनम के दउरान कोनो परसानी के कारन घलो दुरबलता हो सकत हे। उदाहरन बर, पइदा होए के बेरा कईझन लइकामन बने असन सांस नइ ले पाएं। एखर अलावा बाद के उमर म घलो दुरबलता या फेर दिव्यांगता हो सकत हे।
नसीला दवई, दारू अउ बीड़ी-सिगरेट ले घलो परहेज करके कईठन दुरबलता ल रोके जा सकत हे।
अगर तुमन कोनो दवई खात हव, त हमेसा स्वास्थ्य कार्यकर्ता के सलाह के पालन करे ल चाही। अगर सही तरीका ले दवई नइ खाहु त एखर ले नकसान हो सकत हे।
कईठन दुरबलता, खराब पर्यावरन के कारन घलो होथे। जहरीला गैस, रसायन, कीटनासक अउ साकनासी ले पर्यावरन दूसित होथे। एखर संपर्क ले बचना चाही। पिये के पानी, जेवन, अउ लइकामन ल इंखर ले दूरिहा रखना चाही। रसायन अउ प्लास्टिक ल नइ जलाना चाही, काबर के एखर धुंगिया ह जहरीला होथे, जेखर ले लइकामन अउ सियानमन ल नकसान हो सकत हे।
अलग-अलग कारन ले अलग-अलग दुरबलता होथे। कईठन दुरबलता अइसन होथे, जेखर आज तक कारन पता नइ करे जा सके हे। अउ इनला ठीक नइ करे जा सके। कोनो भी दुरबलता, परभावित मनखे या कोनो दूसर मनखे के गलती के कारन नइ होवए। एहु बात सच नइ हे के कोनो मनखे के दुरबलता के कारन, ओखर या ओखर परिवार के पाप होथे। दुरबलता या दिव्यांगता के संबंध भगवान के सराप या टोना-टोटका ले नइ होवए।
ए सबो बात ल समझना अब्बड़ जरुरी हे। ताकि लोगन ए जान सकें के कोनो दिव्यांग मनखे के संग गलत बेवहार करे के कोनो कारन नइ हे अउ अइसन करइ बने बात नइ होवए। दिव्यांग मनखे, दूसर सामान्य मनखे के जइसन ही होथे, ओला तको सिछा, स्वास्थ्य, समाजिक जीवन, आर्थिक अउ समाजिक न्याय तक समान पहुंच के अधिकार हे।