मैं दारू पीये बर या नसीला जिनिस ल खाए-पीये बर कइसे तियाग सकत हवं?

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1. पहिली त ये मानव के तुमन ल कोनो समसिया हावे।


2. आजे कुछु करे के फइसला करव।


3. या तो नसीला जिनिस के खवइ-पीयइ ल कम कर देवव या फेर पूरा तरीका ले बंद कर देवव। कईझन त एके पइत म दारू या दूसर नसीला जिनिस ल बंद कर डालथें। एखर बर इच्छासक्ति अउ भरोसा के जरूवत होथे। अपन आप म भरोसा होना चाही, के मैं अइसन कर सकत हवं। कई दूसर मन ल इलाजपानी के जरूवत पड़थे। कई देस म अइसन समूह होथे जेन कई किसम के उपचार के बेवस्था करथें। तुंहरो इलाका म अइसन कोनो समूह या फेर उपचार कारकरम चलत होही। जादातर माईलोगन हा कोनो समूह म सहज महसूस करथें। अगर तुंहर इलाका म कोनो समूह नइ हे त अइसे मनखे मन के संग मिलके समूह बनाए के कोसिस करना चाही, जेनमन हा दारू या दूसर नसीला जिनिस ल पीये-खाये ल तियाग चुके हे।


4. अगर तुमन दुबारा दारू या नसीला जिनिस ल खाए-पीये बर सुरू कर घलो देवत हव, त अपन ल दोसी झन मानव। अउ तुरते फेर तियागे के कोसिस करव।

Sources
  • Audiopedia ID: hne_03_7