अगर पिये के पानी, जेवन, हाथ, बर्तन ले मल के संपर्क होथे, त लईका अउ सियान मन हा दस्त के कारन बनइया कीटानु ल लील डारथें।
हैजा या फेर दस्त ल फइले ले रोके बर अइसन कदम उठाना चाही:
सौच के बाद, या फेर मल के संपर्क म आए के बाद, जेवन ल छुए या राँधे के पहिली, खाए के पहिली अउ लईकामन ल खवाए के पहिली, हमेसा साबुन-पानी या फेर राख ले हाथ ल धोना चाही।
लईकामन बार-बार अपन हाथ ल मुंहु म डालथे। एखरे सेती घर-दुवारी ल साफ रखना चाही। लईकामन ल अपन हाथ धोए बर बने ढ़ंग ले सिखाना चाही, खासकर जब ओमन सौच ले आथें अउ खाए ल बइठथें।
नानुक लईकामन अउ दूसर लईकामन के मल ल कोनो सौचालय म फेंकना चाही या फेर बाहिर डाहर माटी म गड़िया देना चाही। संगे-संग मल ले छुए जघा मन ल कीटानुरहित करना चाही।
सुरछित पिये के पानी ल बउरना चाही।
सबो परकार के खाद्य पदार्थ ल धोवव, छिलव या फेर पकावव: फर अउ साग-भाजी ल बने असन छिलना या फेर साफ पानी म धोना चाही, खासकर अगर लईकामन ओला कच्चा खावत होहिं। जेवन ल खाए के ठीक पहिली पकाना चाही अउ बने ढ़ंग ले पकाना चाही। कच्चा जेवन म कीटानु जमा हो सकत हे, जेखर ले दस्त हो सकत हे। पके जेवन हा बने असन गरम या ठंडा नइ करे गे हे त ओ हर दु घंटा बाद म खराब हो जथे। माछि मन ल रोग फइलाए ले रोके बर बचे-खुचे भोजन या अपसिस्ट भोजन मन ल जमीन म गड़ियावव, जरा देवव या फेर सुरछित ढ़ंग ले उंखर निपटारा करना चाही।
लईका के छै महीना तक के होए ले सिरिफ स्तनपान कराए ले अउ ओखर आगु घलो स्तनपान ल करावत रेहे ले दस्त के खतरा ल कम करे जा सकत हे।
रोटावायरस ल रोके बर टीकाकरन करवाना चाही(जिहां सलाह देगे होही अउ उपलब्ध होही)। एखर ले ए वायरस के कारन होए दस्त ले होवइया मउत ल कमती करे जा सकत हे।
विटामिन ए अउ जिंक के खुराक ले दस्त के खतरा ल कम करे जा सकत हे। महतारी के दूध, मछरी, डेयरी उत्पाद, नारंगी अउ नीला फर अउ सब्जी, हरियर साग-भागी म अब्बड़ अकन विटामिन ए मउजूद रहिथे। दस्त के इलाज बर 10 ले 14 दिन तक जिंक के गोली या फेर सिरप पिये ले, ए बीमारी के खतरा ल कम करे जा सकत हे। एखर ले लईकामन अगला दु महीना तक बीमार घलोक नइ पड़ें।