खून ल स्वस्थ रखे बर अउ कम खून के समसिया (एनीमिया) ल रोके बर आयरन के जरूवत होथे।
कोनो माईलोगन ल जिनगीभर अब्बड़ अकन ले आयरन लेके जरूवत होथे, बिसेस रूप ले वो बखत जब ओला मासिक धर्म होथे अउ जब ओ हा गरभ ले रहिथे।
ये खाए के जिनिस मन म अब्बड़ अकन आयरन होथे:
मास (बिसेस रूप ले कलेजी, दिल अउ गुर्दा बर)
मुरगा के मास
अंडा
मछरी
सेमही
टिड्डा, झींगुर, दीमक
मटर
ये खाए के जिनिस म घलोक आयरन होथे:
गहिरा रंग वाले पत्तागोभी
आलू
फूलगोभी
दार
अंकुरित चना-मुंग
सलजम
सूरजमुखी, तिल, कुम्हड़ा के बीजा
स्ट्राबेरी
गहिरा हरा रंग वाले पत्तावाले साग-भाजी
अनानास
रतालू
समुद्री सैवाल
ब्रोकोली
सूख्खा फर (बिसेस रूप ले खजूर, खुबानी अउ किसमिस)
देसी गुड़ ले घलोक बने असन आयरन मिलथे। अउ तुमन लोहा के बरतन म खाना बनाहूं तभो तुमन ल बने असन आयरन मिलही। अगर तुमन जेवन ल बनाए के बेरा, ओमा बंगाला, लिमउ के रस (एमा बिटामिन सी होथे) मिलात हव त बरतन के आयरन हा जादा मातरा म जेवन म जाही।
लेकिन खाना बनाए के बरतन म लोहा के कोनो टुकड़ा, जइसे खीला या घोड़ा के नाल, झन डारहु। बरतन हा सुद्ध लोहा के बने होना चाही, लोहा अउ दूसर धातु ले मिलके नइ बने होना चाही।
सुद्ध लोहा के एकठन साफ टुकड़ा ल, लिमउ के थोड़कन रस म कुछ घंटा बर रखना चाही। फेर ए रस ल लिमउ-पानी बना के पीना चाही। अम्मठ पर या बंगाला के संग आयरनवाले खाए के जिनिस खाए ले फायदा होथे।
इनमा बिटामिन सी होथे, जेखर ले तुंहर सरीर हा भोजन के आयरन ल जादा ले जादा उपयोग कर पाथे।