मैं अपन दिव्यांग लइका परिवार या समाज के मदद कइसे कर सकत हवं?
अगर तुमन व्यक्तिगत रुप ले कोनो परभावित मनखे के सहायता करे ल चाहथव, त पहिली ओखर पसंद के बारे म पूछना चाही। अगर ओहा अपन मंजूरी देथे, त तुमन आगु बढ़के ओखर सहायता कर सकत हव।
दुरबलता अलग-अलग परकार होथे, एखर सेती खुद के जतन करे के तरीका घलो अलग-अलग होथे। फेर हर मामला म नियमित अउ बने असन खुद के जतन करइ अब्बड़ जरुरी होथे। एखर ले, दुरबलता म सुधार हो सकत हे। परभावित मनखे अपन दुरबलता के संग जिये के दूसर तरीका ढूंढ सकत हे। ओखर दिव्यांगता ल, ओखर ताकत बनाए बर ओला पुरूतसाहित करे ल चाही। तुरते इलाज-पानी अउ खुद के जतन ले कई परकार के परसानी ल रोके जा सकत हे। ए बारे म स्वास्थ्य कार्यकर्ता दुआरा दे गे सलाह के पालन करे ल चाही।
एखर अलावा, सरीर म अवइया कोनो बदलाव के तको रोज जांच करे ल चाही। अगर कोनो परकार के बदलाव दिखत हे, त तुरते स्वास्थ्य कार्यकर्ता करा जाना चाही। नियमित रुप ले अपन जांच करे ल चाही। अइसन करे ले बदलाव के तुरते पता चल जथे अउ सही इलाज मिल पथे।
स्वास्थ्य कार्यकर्ता के सलाह के मुताबिक पूरा इलाज-पानी करवाना अब्बड़ जरुरी होथे। जब तक स्वास्थ्य कार्यकर्ता कहिथे तब तक ले पूरा दवई-पानी खाना चाही। अगर तुमन गर्भवती हव या फेर लइका ल दुध पियावत हव त, स्वास्थ्य कार्यकर्ता ल एखर बारे म बताना चाही। एखर ले स्वास्थ्य कार्यकर्ता ह तुंहर स्वास्थ्य अउ तुंहर लइका के सुरछा के हिसाब से दवई-पानी लिखही। काबर के कईठन दवई, दूसर परकार के लकछन दिखा सकत हे।
कुछ लकछन अइसन हो सकत हे, जेन दवई के कारन दिखई देवत होही। हो सकत हे तुमन ल दवई ल बदले के जरुवत पड़ए। फेर कईठन लकछन सुधार के लकछन हो सकत हें। अगर तुमन इलाज ल बेरा ले पहिली बंद कर दुहु तक तुंहर रोग अउ बढ़ सकत हे। एखर सेती अगर कोनो नवा लकछन दिखई देवत हे त सीधा इलाजे ल बंद झन करव, बल्कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता करा मिल के एखर बारे म गोठबात करे ल चाही। उही एखर हल निकाल सकत हे।
एखर अलावा, कोनो दुरबलता के बने बने असन रोकथाम म तको धियान देना जरुरी होथे। उदाहरन बर, नियमित रुप ले अउ बने असन अपन स्वच्छता बनाए रखना, खाए के पहिली अउ सउच के बाद साबुन ले अपन हाथ-गोड़ ल धोना अउ कीटानुमन ल फइले ले रोकना। “वास” अध्याय म ए बारे म बिस्तार ले बताए गे हे।
अगर तुंहर करा साधन हे त साफ पानी पीना चाही अउ स्वस्थ अउ अलग-अलग परकार जेवन लेना चाही। अलग-अलग परकार के फर अउ साग-भाजी खाए ले परभावित मनखे के सरीर के सुरछा मजबूत होही। एखर ले सरीर संकरमन ले लड़ सकही। धियान रखव के, बीड़ी-सिगरेट अउ दारू पिए ले अउ जादा नकसान हो सकत हे।
अगर परभावित मनखे के सरीर म कोनो घाव हे तो ओला तुरते ठीक करे के परयास करे के अब्बड़ जरुरी हे। अइसन नइ करहु त ए घाव डहर ले रोगानु ह सरीर म घुस जाही। अउ संकरमन फइला देही, जेखर ले आगु बड़े नकसान हो सकत हे।
सही तरीका ले अपन घाव के परबंध करके तुमन घाव ल ठीक कर सकत हव, अइसन करके कोनो बड़े घाव ल रोक सकत हव, नही ते तुंहर चले-फिरे म परसानी पइदा हो सकत हे। एला कइसे करे ल हे, एखर बारे म \"मैं घाव के बने असन जतन कइसे कर सकत हवं?\" अध्याय म बिस्तार ले बताए गे हे।
कईठन समूह अइसन होथे, जिहां अपन जतन करे के तरीका बताए जथे। मरीजमन ल अइसन समूह ले फाइदा हो सकत हे। इहां, ए बात के परसिकछन मिल सकत हे के अपन जतन कइसे करे ल हे। इहां, दूसर सदस मन एक दूसर ल पुरूतसाहित कर सकत हें। साथे-साथ इहां तुमन ल मानसिक अउ आर्थिक मामला म घलोक सहायता मिल सकत हे। इहां तुमन अपन अधिकार के बारे म जान सकत हव।