बलात्कार के कारन होवइया भाउनात्मक पीरा ले मैं कइसे बाहिर आ सकत हंव?

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तुंहर सरीर के बने होए के बाद म घलोकतुमन ल बलात्कार हर परसान कर सकत हे। तुंहर भीतर अइसन भाउना आ सकत हे:

  • \"मैं हर का गलती करे रेहेंव? “
  • \"एला बीते अब्बड़ बखत होगे...तभो ले मैं एला काबर नइ भूला सकत हंव?\"
  • \"मोर संग अइसन करे के ओखर हिम्मत कइसे होइस!\"
  • \"अगर कोनो मनखे हर एखर बारे नइ जानहीं, त मैं एला भूला सकत हंव\"

बलात्कार ले पीड़ित कोनो महिला ल काखरो संग गोठियाना चाही या खुदल बने करे बर कई परकार के उपाय करना चाही। अइसन महिला ल उबरे बर अपन तरीका ढूंढे के रूजरूवत होथे। एखर बर तुमन बलात्कारी ल सजा दिलाए के परयास कर सकत हव या फेर दूसर माईलोगन संग बलात्कार होए ल रोके बर कोनो काम कर सकत हव। तुमन ल बने लगे म अब्बड़ बेरा घलोक लग सकत हे। लेकिन अपन समसिया के बारे म उही मनखे संग गोठियाहु जेखर उपर तुमन ल भरोसा होही या फेर जेन हर एखर ले उबर चुके होही। अइसने मनखे हर तुंहर मदद कर सकत हे।

Sources
  • Audiopedia ID: hne_22_20