भले नसीला जिनिस के सुरुवात के कारन हा कुछु हो, लेकिन आगु जाके एंखर आसानी ले दुरुपयोग हो सकत हे। अगर कोनो मनखे दारू या फेर नसीला जिनिस के उपयोग करत बेरा, ओखर मातरा अउ अपन बेवहार म काबू नइ रख सकए, त समझो के ओहा एंखर दुरुपयोग करत हे।
अइसन मन ल लगथे के दिन या रात गुजारे बर ओमन ल नसीला जिनिस के जरूवत हे। अइसन मन एंखर उपयोग कोनो बेरा अउ जघा म कर सकत हें। जइसे, बिहनिया ले पीना सुरु कर देथें या फेर जब ओमन अकेल्ला होथें।
अइसन मन अब्बड़ झूठ बोलथें अउ अपन नसा ल छिपाए के कोसिस करथें।
नसीला जिनिस या फेर दारू बिसाए बर अइसन मन अब्बड़ खरचा करथें अउ एखर कारन ओमन ल पइसा के समसिया होथे। कईझन त पइसा बर अपराध घलो करथें।
अइसन मन दारू पीये या नसीला जिनिस के सेवन करे के कारन तिहार-बार ल घलो बरबाद कर डालथें।
अइसन मन नसा या दारू के परयोग करत बेरा अपन बेवहार ले सरमिंदा घलो रहिथें।
दारू अउ नसीला जिनिस ल खाए-पीये के कारन एमन पहिली असन अपन कामधाम ल नइ कर पाएं या फेर अकसर काम म नइ जाएं।
नसा करइया मन लड़ई-झगरा तको करथें। अइसन मन अपन घरवाली, लइका अउ संगवारी मन के परति हिंसक हो सकत हें।
अइसन नसा-पानी वाले कोनो जिनिस ले अगर तुंहर जिनगी म बदलाव आवत हे, त एला बंद करे के या फेर कम उपयोग करे के बेरा आ गे हे। एखर पहिली के नसा तुमन ल, तुंहर परिवार ल या फेर तुंहर मितानी ल बरबाद कर दे, एला बंद करइ हा बने होही।