कोनो करीबी के आत्महत्या के बाद मोला बिसेस करके अपन खियाल काबर रखना चाही?
आत्महत्या के सेती कोनो ल गवांए के बाद म तुमन ल जउन तेजी ले भाउनात्मक पीरा अउ उथल-पुथल महसूस होथे, ओ हर कुछु काम करई ल मुसकिल बना सकत हे। आत्महत्या के बाद आगु बढ़ना बहुत मुसकिल होथे। एखर इलाज बहुत धीर लगाके होथे। तुमन ल जलदीबाजी करे के कोसिस नइ करना चाही, बलकि सबर रखव अउ खुद के संग नरमी बरतव।
अगर तुमन ल कोनो काम म धियान लगाए म परसानी होवत हे, या तुमन कोनो काम ल भुला जावत हव, त ए बात ल समझव, के अइसन होना सहज बात हे अउ अभी तुमन तनाव भरे बखत ले गुजरत हव, अइसन म खुद के उपर जादा दबाव झन डारव। कोनो दूसर मनखे संग सहायता ले के परयास करव। हो सकत हे छोट-छोट काम तको तुमन ल भारी लग सकत हे। एखर सेती जरूवत पड़े म दूसर संग सहायता मांगना चाही। काम के बेरा, अपन बर सुरताए के समय निकालना चाही।
ए बीच तुमन ल स्वस्थ आहार लेना चाही अउ बयाम करना चाही। एखर ले तुमन ल राहत मिलही।
आराम करे के अलग-अलग तरीका ले घलोक तुमन ल मदद मिल सकत हे। कुछु अइसन काम करव, जेखर ले तुमन ल राहत मिलए, जइसे नहवई-धोवई, घूमई-फिरई। कुछु गाना-बजाना करव, या फेरे टीवी देखव।
अइसन काम करव, जेमा तुमन ल मजा आवत होही। कोनो करीबी ल खोए के बाद, अगर तुमन दुबारा खुद ल हंसी-खुसी देखत हव, बने असन बखत बितात देखत हव या जिनगी के मजा लेत देखत हव, त खुद ल दोसी महसूस झन करव। खुद ल ठीक करई हा, कोनो करीबी के मउत के बाद ओला भूलई नइ होवए।