बलात्कार ले कभु-कभु जननांग हर कट-फट जथे। अउ एमा पीरा होथे, वइसे बेरा बीते के संग मए हर बने हो जथे। लेकिन अगर जादा खुन निकलत हावे त, कोनो डाक्टर ल देखाए के रूजरूवत हो सकत हे।
छोट-मोट कटे-फटे बर:
अपन जननांगल रोज 3 पइत कुनकुना पानी ले धोना चाही। पानी ल उबालत बेरा एमा कैमोमाइल के पत्ती डारना चाही। तुमन अपन जखम म एलविरा के जेल घलोक लगा सकत हव।
पिसाब करत बेरा अपन जननांग म पानी डारव, जेखर ले ओ मेर जलन झन होवए। अब्बड़ अकन तरल पदारथ ल तको पीना चाही, एखर ले पिसाब हर पनियर हो जही अउ एखर ले जलन कम होही।
संकरमन के दूसर लकछन म धियान देवव। गरमी ले, मवाद अउ पीरा ले, जखम हर अउ बाढ़ सकत हे।
बलात्कार के बाद माईलोगन ल मूत्रासय या किडनी के संकरमन घलोक हो सकत हे।